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KISAN ENAM PORTAL | E-NAM SCHEME
जानिए क्या है ई-नाम पोर्टल और किसानों के लिए कैसे करता है ये काम
नरेंद्र मोदी ने सरकार बनने से पहले अपने घोषणापत्र में कई वादें किए थे, जिन्हें वह एक के बाद एक लगातार पूरे भी कर रहे हैं। इसी में सरकार का एक लक्ष्य यह भी था कि साल 2022 तक देश के हर किसान की आय दोगुनी हो जाए। इसके लिए सरकार ने कई स्कीम और योजनाएं लॉन्च की है। इन योजनाओं में से एक है ईनाम eNAM scheme योजना, जिससे किसानों को बहुत फायदा मिल रहा है। eNAM योजना की शुरूआत नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल, 2016 में की थी।
What is e-NAM – क्या है ई नाम
ई नाम एक ऑनलाइन पोर्टल (e-NAM online portal) है, जहाँ पर किसान अपनी फसलों को उचित दामों में देश की किसी भी मंडी में उचित दामों में बेच सकते हैं। इस पोर्टल को देश की सबसे बड़ी कृषि संस्थाओं में से एक एनएफसी द्वारा लागू किया गया है। यह योजना लागू करने का मूल उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना है। इस योजना के जरिए किसान और खरीददार किसी दलाल के बगैर आपस में फसलों का सौदा कर सकते हैं।
e-NAM fullform
ई नाम (e-NAM) में ई का मतलब है इलैक्ट्रॉनिक (electronic) और नाम (NAM) का मतलब है नेशनल एग्रीकल्चर मार्किट (National Agriculture Market) यानी की राष्ट्रीय कृषि मंडी। आसान शब्दों में कहे तो इसे आप इंटरनेट की एक मंडी कह सकते है, जहाँ फसलों की खरीददारी और बिकवाली होती है, और किसानों को उनकी फसलों का उचित मुल्य मिलता है।
ई नाम कैसे काम करता है How eNam works
eNAM पर किसान और खरीददार दोनों को ही अपना रजिस्ट्रेशन कराना होता है। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद किसान देश की सभी मंडियों में फसल के रेट की जाँच करता है और जहाँ उसे अपनी फसल का अच्छा मूल्य मिलता है, वह उसी मंडी में अपना सामान बेच देता है।
उदाहरण के तौर पर यदि बंगाल का कोई किसान है अपनी चावल की फसल बेचना चाहता है लेकिन बंगाल की मंडियों में उसकी उपज का दाम बहुत कम है तो वह सीधे केरल या फिर अन्य किसी भी राज्य की मंडी के भाव चेक कर वहाँ पर अपनी फसल बेच सकता है। ऐसा करने से उसे उसकी मेहनत और उपज का उचित मूल्य मिलेगा।
eNAM Portal benefits for farmers- ईनाम पोर्टल से किसानों को लाभ
ई नाम से किसानों को अनेक लाभ है-
- ई नाम पर किसान अपनी फसल सीधे खरीददार को बेच सकता है, जिससे उसे अपनी फसल का उचित मूल्य प्राप्त होता है।
- ई नाम के जरिए किसानों को बिचौलियो के पास जाकर अपनी फसल नहीं बेचनी पड़ती, जिससे बिचौलियो द्वारा बीच में लिया जाने वाला कमीशन की बचत भी किसान को हो जाती है।
- इस ऑनलाइन पोर्टल ( eNAM portal ) के जरिए किसान देश की 585 मंडियों में से कहीं भी अपनी फसल बेच सकता है।
ई नाम हेल्पलाइन नंबर (eNAM Helpline number)
यदि आपको ई नाम पोर्टल से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी या सहायता चाहिए तो आप इसके Enam Customer Care नंबर पर कॉल कर सकते है।
कॉल करने का समय प्रातः 9.30 से शाम 6 बजे तक है।
Enam Customer Care | 1800 270 0224 |
ई नाम का यह टॉल फ्री नंबर (e-NAM toll free number) है, मतलब इस पर कॉल करने पर आपका किसी प्रकार का शुल्क नहीं लगेगा।
ई नाम ऑफिस का पता e-NAM office address
ई नाम का मुख्य ऑफिस दिल्ली में स्थित है, जिसका पता इस प्रकार है-
एनसीयूआई ऑडिटॉरियम बिल्डिंग, पाँचवी मंजिल, 3, सिरी इंस्टीट्यूशनल एरिया, अगस्त क्रांति मार्ग, हौज खास, नई दिल्ली- 110016
NCUI Auditorium Building, 5th Floor, 3, Siri Institutional Area,August Kranti Marg, Hauz Khas, New Delhi – 110016.
करोड़ो लोग उठा रहे हैं लाभ
eNAM पर अभी तक लगभग पौने दो करोड़ किसान अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके है और अपनी फसल का उचित मूल्य प्राप्त कर अपनी आय को बढ़ा रहे है।
किसानों के अलावा करीब सवा लाख खरीददार और 70 हज़ार से अधिक एजेंट भी इस योजना से जुड़ चुके है।
फिलहाल देश के 18 राज्यों की लगभग 585 मंडियों को इस योजना से जोड़ा जा चुका है। आने वाले समय में सरकार अन्य मंडियों को भी इस योजना से जोड़ने की प्लानिंग कर रही है।
How to register on Kisan eNAM Portal | ई नाम पर रजिस्ट्रेशन कैसे करें
- ई नाम पर रजिस्ट्रेशन Kisan eNAM Registration करने के लिए सबसे पहले आपको https://www.enam.gov.in/web/ इस साइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपको सबसे ऊपर रजिस्ट्रेशन का ऑप्शन नज़र आएगा। ऑनलाइन अपनी फसल बेचने के लिए आपको किसान वाले ऑप्शन पर क्लिक कर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया Kisan eNAM registration process पूरी करनी होगी।
- रजिस्ट्रेशन में आपको अपनी निजी जानकारी जैसे अपना नाम, फोन नंबर, ईमेल आईडी, घर का पता और वैध आई कार्ड आदि डालना होगा।
- इसके बाद मोबाइल नंबर और ई मेल पर आने वाले OTP को वैरीफाई कर आपको अपना रजिस्ट्रेशन पूरा करना होगा।
- ई नाम पर रजिस्ट्रेशन करने के तुरंत बाद ही आप अपनी फसल की ऑनलाइन बिक्री कर सकते है।
Kisan eNAM app किसान ईनाम मोबाइल एप
मोबाइल फोन यूज़र्स के लिए Kisan eNAM नाम का एक एप भी बनाया गया है। इस एप पर आपको पोर्टल पर मिलने वाली सभी सुविधाएं मिलेगी, जिसके जरिए आप अपने मोबाइल फोन से ही अपना सारा काम कर सकते है।
यह एप उन किसानों के लिए वरदान है, जिनके पास कंप्यूटर मौजूद नहीं है या फिर कंप्यूटर की विशेष जानकारी नहीं है। यह भी सच है कि मोबाइल फोन इस्तेमाल करना कंप्यूटर इस्तेमाल करने से ज्यादा आसान समझा जाता है।
ई नाम पर मिलने वाली अन्य सुविधाएं (Other facilities on e-NAM)
- ई नाम पर आपको फसल की खरीद और बिक्री के अलावा भी अन्य कई प्रकार की सुविधाएं मिलती है।
e-NAM Portal पर देश की किसी भी मंडी में किसी भी फसल के मूल्य की जाँच कर सकते है। - ई नाम पर आपको सरकार द्वारा किसानों के हित में जारी किए जाने वाले नए नियम, कानून और दिशा-निर्देशों की जानकारी भी मिलती है।
- ई नाम के जरिए अच्छी कमाई करने वाले सफल किसानों की कहानी भी आप इस पोर्टल पर पढ़ सकते है।
ई नाम कैसे काम करता है और इसकी पूरी जानकारी आपको होम पेज पर दिए गए ऑप्शन ई लर्निंग वीडियोज़ (e-NAM learning videos) में मिल जाएगी।
ई नाम की कमजोर कड़ी limitations of eNAAM Scheme
- भले ही भारत तकनीक के क्षेत्र में बहुत तेजी से विकास कर रहा है, लेकिन आज भी बहुत गाँवों में मोबाइल, इंटरनेट और कंप्यूटर की सुविधा नहीं पहुंच पाई है।
- बहुत से ऐसे गाँव हैं जहाँ इंटरनेट की सुविधा तो मौजूद है, लेकिन वहाँ के किसान मोबाइल फोन और कंप्यूटर जैसी आधुनिक तकनीक से अनजान है।
- इसके अलावा छोटे किसानों के लिए ई नाम पोर्टल अभी तक ज्यादा कारगर साबित नहीं हो पाया है। बड़े किसानों आसानी से इस पोर्टल के जरिए अपनी फसल बेच देते है।
- लेकिन छोटे किसानों के पास फसल की मात्रा भी सीमित ही होती है, ऐसे में कम मात्रा में फसल खरीदने वाले खरीददारों का मिलना बहुत कठिन हो जाता है।
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